आज का ही हैं वो दिन, जब खोली थी आंखे तूने बाहों मेरी,
तेरे आने से हो गई थी ज़िंदगी में हर कमी पूरी।
हंसी जब तू पहली बार, लगा जैसे जन्नत मिल गई मुझे,
जैसे हो गया सब कुछ हासिल, जैसे सबसे खुशनसीब हूं मैं||
संग तेरे शुरू हुआ फिर यूं ज़िंदगी का सफर,
चेहरा तेरा देख सुबह हुई, तेरे चेहरे को देख हुई रात मेरी ||
बन गई मेरी ज़िंदगी की किताब को वो पन्ना तू,
जिसके बिन मेरी कहानी हैं आधी और अधूरी ||
दुआ हैं ये मां कि माता मैया का तू सदा आशीष पाए,
कुहु के जैसे गुनगुनाए, तारो के जैसे तू जगमगाए||
कामयाबी की बुलंदियों को छुए, हर किसी के दिल में अपनी जगह बनाए|
है दुआ खुश है तू अपने पहले जन्मदिन पर जितना,हर साल ऐसे ही ढेरों खुशियां पाए,
तेरे अपने पराए सब तेरा जन्मदिन मनाए||
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